भारत की रक्षा अनुसंधान विकास संगठन यानि DRDO ने कोरोना वायरस को देखते हुए इससे निपटने के लिए बॉयो सूट का निर्माण किया है। यह सूट कोरोना वायरस से लड़ रहे मेडिकल कर्मियों, डॉक्टर और मेडिकल क्षेत्र के अन्य कर्मचारियों के लिए उपलब्ध होगा।
डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के अनुसार, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण को तैयार करने के लिए कोटिंग, नैनो टेक्नोलॉजी और टेक्सटाइल का प्रयोग किया है। बता दें कि इस बायो सूट को बड़े पैमाने पर बनाने की तैयारी हो रही है।
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए बनाए गए इस सूट को DRDO ने शानदार बताया है। डीआरडीओ के मुताबिक, यह सूट कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावशाली तरीके से निपटने में सक्षम है।
गौरतलब है कि डीआरडीओ ने इससे पहले सेना के लिए इसी प्रकार की खास सूट का तैयार किया था। फिलहाल कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जिस सूट को तैयार किया गया है वह कोरोना का मुकाबला कर रहे मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर और पैरामेडिकल के जीवन की रक्षा करेगा।
फिलहाल देश में प्रतिदिन बायो सूट के उत्पादन की क्षमता 7000 सूट है। हालांकि एक वेंडर ने कहा है कि वह प्रतिदिन 15 हजार सूट तैयार करने की कोशिश में लगा है। बता दें कि देश में बॉयो सूट की बनाने का काम डीआरडीओ (DRDO) अपने पार्टनर्स के साथ मिलकर करता है।