दही का सेवन कब करना चाहिए? दही खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। दही में कई तरह के विटामिन्स पाए जाते हैं। दही खाने से पेट में ठंडक रहती है। दही का लस्सी बनाकर भी पी सकते हैं। हालांकि गलत समय पर दही का सेवन करने से मोटापा, सर्दी-खांसी की समस्या इत्यादि हो सकता है।
दही का सेवन कब करना चाहिए?
दही का सेवन दिन में दोपहर के समय या फिर 3 बजे से पहले कर लेना चाहिए। रात में दही खाने से म्यूकस बन सकता है जो बगलम की समस्या, सर्दी-जुकाम, त्वचा की समस्या जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। दही में पित्त और कफ बढ़ाने वाले तत्व पाए जाते हैं, इसलिए बसंत और सर्दियों में दही खाने से बचना चाहिए।
सुबह दही खाने से क्या फायदा?
सुबह के समय दही खाने से कई तरह के फायदे होते हैं। दही में गुड बैक्टीरिया पाया जाता है। यह पेट के लिए फायदेमंद होता है। सुबह में दही खाने से पेट ठंडा रहता है। यह यूटीआई और टॉयलेट में जलन की समस्या को कम करता है।
दही खाने से क्या नुकसान है?
दही सूजन को बढ़ाने वाला होता है। इसलिए यदि पेट में या शरीर में सूजन हो तो दही नहीं खाना चाहिए। रात में दही खाने से खांसी-जुकाम, जोड़ों का दर्द जैसी परेशानियाँ हो सकती हैं।
दही में शहद मिलाकर खाने से क्या फायदे होते हैं?
दही में शहद मिलाकर खाना ह्रदय के लिए फायदेमंद होता है। इस मिश्रण में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने में मदद करता है। इससे आपका हृदय स्वस्थ रहता है और हार्टअटैक से जुड़ी हुई बीमारियों से आपका बचाव होता है। दही में शहद मिलाकर खाने से त्वचा भी स्वस्थ रहता है और चमकदार बनता है।
दही में क्या-क्या मिलाकर खाना चाहिए?
आयुर्वेद के अनुसार, दही में मिश्री, चीनी, घी, शहद और मूंग की दाल मिलाकर खाया जा सकता है। सही में मिश्री और शहद डालकर खाने से पित्त, कफ और वात नियंत्रण में रहता है।
कौन से महीने में दही नहीं खाना चाहिए?
सावन महीने में कुछ चीजों का सेवन करने से मना किया जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार सावन महीने में दही से संबंधित चीजें जैसे कढ़ी, रायता इत्यादि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। सावन के महीने में इन चीजों का सेवन करने से कई बीमारियों के होने का खतरा रहता है। इसके अलावा आप बर्षा ऋतु को छोड़कर अन्य ऋतु और महीनों में दही का सेवन कर सकते हैं। यह भी ध्यान रखें कि दही का सेवन हमेशा दिन में ही करना चाहिए।