बिहारी मजदूरों का चेहरा बने रामपुकार से मिले तेजस्वी, जज्बे को किया सलाम

पटना। बिहार के प्रवासी मजदूरों का चेहरा बन चुके रामपुकार पंडित से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। तेजस्वी यादव ने चंद दिनों पहले रामपुकार पंडित की तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट के प्रोफाइल में लगाई थी। बेगूसराय के रहने वाले रामपुकार पंडित इस लॉकडाउन में जिन परिस्थितियों का सामना करते हुए घर वापस पहुंचे, उसको लेकर तेजस्वी यादव ने उनके जज्बे को सलाम किया है।

बता दें कि राम पुकार पंडित की तस्वीर कोरोना काल में काफी वायरल हुई। राम पुकार पंडित की तस्वीर से मजदूरों की वास्तिवक व्यथा का अंजादा लगाया जा सकता है। तस्वीर में राम पुकार हाथ में मोबाइल लिए किसी बात करते और बिलबिलाते नजर आ रहे हैं। राम पुकार पर उस वक्त सबसे बड़ी आफत आन पड़ी जब उनका बच्चा नहीं रहा। कोरोना ने असमय ही उनके बच्चे को छीन लिया। राम पुकार रास्ते में थे और उसी वक्त अपने बच्चे की मौत की खबर सुनकर वह सड़क किनारे बैठकर रोने लगे। ये तस्वीर उसी वक्त की है।

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प्रवासी मजदूरों की व्यथा
प्रवासी मजदूर राम पुकार

राजद नेता तेजस्वी यादव ने राम पुकार से बातचीत की। तेजस्वी यादव ने राम पुकार को पार्टी फंड से 1 लाख रूपए की मदद भी की। तेजस्वी यादव ने रामपुकार को भरोसा दिलाया कि यदि वह पटना में काम करना चाहते हैं या फिर बेगुसराय में काम करना चाहते हैं तो उन्हें वहीं पर काम दिलाया जाएगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि वह नौकरी करना चाहते हैं तो उन्हें नौकरी भी दिलाई जाएगी।

तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने यह मदद लालू यादव के कहने पर की है। लालू यादव ने उन्हें गरीबों की मदद करने को कहा है। उन्होंने कहा कि रामपुकार बेगूसराय में कुछ करना चाहते हैं तो तेजस्वी यादव वहां भी मदद करेंगे। बिहार के प्रवासी मजदूरों के साथ वो हमेशा खड़े हैं। श्रमिकों के लिए उनकी पार्टी जो कुछ कर रही है, वह आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के निर्देश पर हो रहा है।

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बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बिहार के 8 जिले कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हो चुके हैं। बिहार सरकार पर लगातार कोरोना संक्रमित और क्वारनटीन में रखे गए मजदूरों की अनदेखी करने का आरोप लग रहा है। इसी बीच तेजस्वी यादव ने रामपुकार की व्यथा सुनी और मदद की।