दाल खाने के फायदे और नुकसान – दाल भारतीय घरों में मुख्य भोजन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। दाल में कई तरह के मिनरल्स और विटामिन्स पाया जाता है। मुख्य रूप से दाल में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा पाया जाता है। प्रोटीन हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार होता है।दाल खाने से ना केवल हमें पौष्टिक आहार मिलता है बल्कि पेट भी जल्दी ही भर जाता है। लेकिन इन सबके वाबजूद यदि दाल का सेवन गलत समय पर किया जाए तो यह फायदे के स्थान पर नुकसान पहुंचाता है।
आइए जानते हैं दाल खाने के क्या फायदे और नुकसान
आयुर्वेद के अनुसार, भोजन में हर चीज की तासीर अलग होती है। हम जो भी कुछ खाते हैं, उसका असर सीधा हमारे कफ, पित्त पर पड़ता है। राम में हमेशा ही हल्का भोजन करना चाहिए। रात को भारी भोजन करने से पेट के साथ-साथ हमारे शरीर पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
वैसे तो दाल का सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन रात के समय दाल का सेवन करने से अपच की समस्या हो सकती है। पेट में गैस की समस्या हो सकती है। आर्युवेद के अनुसार, रात को कभी भी साबुत मसूर, उड़द, छोले, राजमा, अरहर, तुअर और मटर के बने दालों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
रात में ऊपर लिखित चीजों का सेवन करने से व्यक्ति की पाचन क्रिया पर विपरित असर पड़ता है। जब कभी भी दाल खाने का मन करे तो दोपहर के समय इसका सेवन करना चाहिए। लेकिन यदि आपको रात में दाल खाना ही है तो मूंग की दाल का सेवन कर सकते हैं।
Latest Posts

Curd Benefits: दही का सेवन कब और किस महीने में करना चाहिए?
Curd Benefits: दही का सेवन कब करना चाहिए? दही खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता…

खाली पेट दूध पीने के क्या-क्या फायदे होते हैं? जानिए दूध के बड़े फायदे
खाली पेट दूध पीने से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं। वैसे दूध…

दूध में पानी मिलाकर पीने के फायदे, जानिए क्या पानी मिलाकर दूध पीना चाहिए?
दूध में पानी मिलाकर पीने के फायदे को लेकर लोगों को मन में सवाल रहता…
मूंग की दाल आसानी से पेट में पच जाता है। इसके अलावा यदि रात में दाल खाना ज्यादा ही पसंद है तो हमेशा सोने से 2 से तीन घंटे पहले ही इसका सेवन कर लेना चाहिए। दाल में प्रोटीन पाया जाता है और प्रोटीन को पचने में काफी समय लगता है।
इसके अलावा राज को चीनी और दही का सेवन भी नहीं करना चाहिए। रात में दही खाने से सर्दी-जुकाम की समस्या हो सकती है। रात में चीनी का इस्तेमाल करने से इंसुलिन लेवल बढ़ जाता है और हमारी सेहत पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।